योजनाएँ
ILCS (एकीकृत लो-कास्ट सेनिर्टिशन)
खुले में शौच जाने की शर्मनाक परम्परा को समाप्त करने हेतु केन्द्र सरकार प्रवर्तित आई.एल.सी.एस योजना का क्रियान्वयन नगर पालिका के द्वारा किया जा रहा है। नगर में सर्वे के अनुसार 2625 शौचालय विहीन घऱों के लिए शौचालय निर्माण की जायना तैयार कर शासन से स्वीकृत है । इस योजना के अंतर्गत पक्का शौचालय एवं सोकपिट बनाकर दिया गया है, योजना में शतप्रतिशत लक्ष्य पूर्ण करते हुये 2628 शौचालयो का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है, एवं हितग्राहियों द्वारा उपयोग किया जा रहा है। स्वीकृत पूर्ण योजना पूर्ण हो गई है। जिससे समाज को खुले में शौच जाने के कलंक से मुक्ति मिली है।
UIDSSMT(नगरीय अधोसंरचना विकास योजना)
हम नर्मदा तट पर वास करते है और अभी तक हमें अपने घरो तक नर्मदा जल प्राप्त नही हो रहा था शासन की योजना के अंतर्गत जल आर्वधन योजना आरंभ की गई है। घर-घऱ नर्मदा जल पहुचाने की योजना का कार्य अंतमि चरण में है एंव मार्च 2013 तक पूर्ण होने की संभावना है पयेजल आवर्धन योजना के तहत घऱ घर नर्माद जलप्रदाय हेतु 24.81 करोड की योजना स्वीकृत की गई थी।
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यह कार्य मुम्बई की एस एम सी कंपनी द्वारा कराया जा रहा है। सर्किट हाउस के पास इनटेकवेल एवं इंदिरा आवास कॉलोनी के पास फिल्टर प्लांट का निर्माण कार्य पूर्णता की ओर है। नगर में 7 स्थानो पर पानी की टंकी बनाई जा रही है। इस हेतु पाईप लाईन डडलने का कार्य किया जा रहा है। योजना में नर्मदा जल को शुद्धिकरण प्लांट में शुद्ध करने उपरांत नगर में प्रदाय किया जायेगा। जिससे नर्माद नगर वासियों के घऱ – घर शुद्ध नर्मदा जल प्राप्त होगा। नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री माननीय श्री बाबूलाल गौर द्वारा इस योजना के क्रियान्वयन पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। मंत्री जी द्वारा नगर भ्रमण के जी द्वारा फिल्टर प्लांट का भूमिपूजन विगत वर्ष किया गया। इस वर्ष में दो बार मंत्री जी द्वारा नगर भ्रमण के दौरान योजना की जानकारी ली गई एवं मौके पर जाकर कार्यों का निरीक्षण किया गया।
NCRP (राष्ट्रीय नदी संरक्षण योजना)
नदी संरक्षण योजना के अंतर्गत नर्मदा नदी को प्रदूषण मुक्त रखने हेतु NRCP योजना स्वीकृत हुई है। नगर पालिका द्वारा लो-कास्ट सेनीटेशन के तहत पांच सुलभ काम्पलेक्स का निर्माण कार्य पूर्ण कर जनता को सौपे जा चुके है।
भूमि का कटाव रोकने के लिये गेवियन स्ट्रक्चर के तहत 19 स्ट्रक्चर का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है। योजनान्तर्गत स्थानीय राजघाट पर पर्यावरण से संरक्षण एवं कम समय में शवदाह हेतु मौक्षदा शवदाहगृह का आरंभ हो चुका है। जो नगर पालिका होशंगाबाद एवं मोक्षदा पर्यावरण एवं वन सुरक्षा समिति नई दिल्ली द्वारा किया गया है। हिन्दू धर्म में मृत शरीर हेतु दाह संस्कार श्रेष्ठतम प्रकिया है। हमारे देश में दाह संस्कार में लकडियों का इस्तेमाल सबसे अधिक होता है जिससे कार्वन मोनो आक्साईड़ गैस वायुमंडल को प्रदुषित करती है एवं वन संपदा का क्षय होता है पर्यावरण संतुलन हेतु मोक्षदा प्रणाली अंतर्गत दाह संस्कार की समस्त क्रियाए बिना बिजली के धार्मिक विधि विधान से पूर्ण होने के साथ-साथ आधी लकड़ी की बचत, राष्टीय वन संपदा की रक्षा, पैसों की बचत, कम समय में शरीर का पूर्ण पंच तत्वो में विलिन होना, एवं हमारी धार्मिक आस्थाओ की शत-प्रतिशत रक्षा है।
इस मद में स्वीकृत राशि का कार्य पूर्ण हो चुका है।

IHSDP (एकीकृत आवास एवं गंदी बस्ती विकास कार्यक्रम)
केन्द्र सरकार की एकीकृत आवास एवं गंदी बस्ती विकास कार्यक्रम के अंतर्गत 5.17 करोड़ की स्वीकृत योजना में 15 गंदी बस्ती वार्डो में नाली, रोड़ निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है। गरीबी रेखा के नीचे जीवनयापन करने वाले आवासहीन परिवारों के लिये 228 भवनो का निर्माण पूर्ण हो चुका है। हितग्राहियों को नगर पालिका द्वारा निर्धारित शर्तो पर आवासो का अस्थायी आधिपत्य 18 जनवरी 2013 को माननीय मंत्री नगरीय प्रशासन एवं विकास श्री बाबूलाल गौर द्वारा सौपा गया है। इस कार्यक्रम में वन मंत्री माननीय सरताजसिंह एवं सांसद माननीय राव दयप्रताप सिंह विशेष रूप से उपस्थित रहे। होशंगाबाद नगर पालिका प्रदेश की पहली नगर पालिका है जिसने हितग्राहियों को IHSDP भवनों का आधिपत्य सौंपा है।
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